दिनभर काम की वजह से भागदौड़ करने के बाद रात को हर कोई चैन की नींद सोना चाहता हैं, लेकिन अगर बिस्तर पर खटमल परेशान करने लगें तो नींद खराब हो जाती है। खटमल के काटने से खुजली, त्वचा पर चकत्ते और फफोले हो सकते हैं। खटमल बिस्तर, सोफे, अटैचियों, कपड़े आदि में देखे जाते हैं।जब आपके बिस्तर में खटमल होते हैं तो जैसे ही आप लेटते हैं वे आपका खून चूसने के लिए बेड के किनारों और दरारों से निकलना शुरू कर देते हैं। खटमल भगाने के लिए अगर आप कुछ उपाय या नुस्खे ढूंढ रहे हैं तो इस लेख में हमने आपको खटमल को मारने और भगाने के उपाय तरीके व नुस्खे बताए हैं।
खटमल क्या होता है? (What is Bed Bugs?)
जैसा कि पहले ही हमने चर्चा की कि खटमल परजीवी प्राणी होते हैं। खटमल बिस्तर में कई स्थानों में छिपे होते हैं। ये कुर्सियों और सोफों के जोड़ों में, तकियों के बीच, और पर्दों के फोल्ड में भी छिपे हो सकते हैं। ये हर पांच से दस दिन में खून पीने के लिए बाहर निकलते हैं। लेकिन ये बिना कुछ खाये एक वर्ष से ज्यादा समय तक जीवित रह सकते हैं। काटने के लिए आपकी कोई प्रतिक्रिया नहीं हो सकती है, या छोटे निशान या खुजली हो सकती है। खटमल काटने से कोई बीमारी नहीं फैलती है।
असल में खटमल गन्दगी में पनपने वाला कीट होता है। बहुत दिनों तक बिस्तर को धूप नहीं दिखाने, सीलन और गन्दगी के चलते ये पनप जाते हैं, इसके लिए जरूरी है कि बिस्तर को समय-समय पर धूप दिखाते रहें।
खटमल के काटने पर यह बीमारियां हो सकती हैं-
एलर्जिक रिएक्शन- खटमल के काटने पर हर व्यक्ति में अलग-अलग लक्षण मिलते हैं। इससे त्वचा में जलन एवं लालीमा आ सकती है।
खुजली– खटमल के काटने से शरीर में तेज खुजली हो सकती है।
अन्य संक्रमण- खटमल काटने से किसी प्रकार का कोई इन्फेक्शन नहीं होता है परन्तु खुजली के कारण शरीर में घाव बन सकते हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
तनाव- खुजली के कारण नींद नहीं आती फिर यह अनिद्रा तनाव का कारण बनता है।
खटमल से बचने के उपाय (Prevention Tips from Bed Bugs)
खटमल को निकालने के लिए कुछ बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है। इनको नियम के साथ करने पर घर से खटमल से निजात पाया जा सकता है-
-अगर फर्नीचर में कहीं दरार है तो उसे तुरन्त ठीक करवा लें।
-पुराना फर्नीचर घर लाने से पहले उसमें खटमल के किसी भी संकेत की जांच करें।
-नीम की पत्तियों को गद्दे पर बिछाएं या फिर नीम की पत्तियों को पानी में उबाल लें और इस पानी का छिड़काव बिस्तर पर करें।
-अपने घर को व्यवस्थित रखें ताकि उनके पास छिपने के लिए कम स्थान उपलब्ध हो।
-यात्रा से लौटने के बाद सीधे अपने वाशिंग मशीन में कपड़े डालें और अपने सामान की ध्यानपूर्वक जांच करें। होटलों में रुकते समय, अपना सूटकेस फर्श के बजाय सामान के रैक पर रखें। गद्दों और हेडबोर्ड पर खटमल की जांच करें।
-चादरों और कपड़ों को उच्च तापमान पर धोएं।
-आवश्यकतानुसार कीटनाशक प्रयोग करें।
-मैट्रेस को खरीदते वक्त, इसके साथ में आई हुई प्लास्टिक कवरिंग को लगे रहने दें। अपनी मैट्रेस और बॉक्स स्प्रिंग के लिए स्पेशल बेडबग कवर्स खरीद लें। इन्हें खरीदते वक्त अच्छी क्वालिटी की जाँच कर लें और इनके हैवी ड्यूटी जिपर्स के साथ होने और ऐसे स्पेशल फेब्रिक से बने होने की पुष्टि कर लें, जो जल्दी न फटे। ऐसा कोई भी सस्ता कवर न खरीद लें, जो बेडबग्स को उनके फीडिटि ट्यूब्स को कवर पर से स्किन में चिपकने से तकर रोकने लायक मोटा न हो।
-गद्दों और चादरों को समय-समय पर साफ करते रहें और उन्हें धूप भी दिखाते रहें।
-सुरक्षात्मक कवर का प्रयोग करें जो गद्दों और बॉक्स स्प्रिंग पर चढ़ाया जा सके। नियमित रूप से छेद की जांच करें।
-वैक्यूम क्लीनर से गद्दों की सफाई करना भी असरदार रहेगा।
-अगर आपको संदेह है कि आपके बिस्तर में खटमल है तो एक कॉटन के टुकड़े को एल्कोहल में डुबोकर गद्दों पर रगड़ें।
-सप्ताह में कम से कम दो बार बेड कवर और पिलों कवर बदलना जरूरी है, अगर आपको बालों से जुड़ी कोई समस्या है तो आपको सप्ताह में कम से कम तीन बार तकिये का कवर बदलना चाहिए। वरना आपकी ये समस्या और बढ़ जाएगी। इसके साथ ही अगर कोई और आपके साथ बेड शेयर करता है तो उसे भी ये संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाएगा।
-मौसम के अनुसार ही बेड कवर का चुनाव करें, गर्मियों में जहां कॉटन का बेड कवर इस्तेमाल करना बेहतर होगा, वहीं सर्दियों के लिए सिल्क या मोटे कपड़े के बेड कवर का इस्तेमाल करना अच्छा रहेगा। हालांकि सिल्क का बेड कवर या फिर कोई भी मोटे फैब्रिक का कवर गंदा अधिक होता है क्योंकि इसमें धूल बैठती है और इन्हें धोना भी थोड़ा मुश्किल होता है।
-रोज सुबह उठने के साथ ही बेड कवर को बाहर ले जाकर झटक दें, ताकि उसमें जमा सारी धूल और दूसरी गंदगी साफ हो जाए, उसके बाद उसे सलीके से बिस्तर पर बिछा लीजिए। पिलो कवर को भी इसी तरह रोज सुबह साफ कर लें, बेड के पास ही एक मैट रखें ताकि बिस्तर पर बैठने से पहले आप उस पर पैर पौंछ सकें।
-महीने में एक बार गद्दों को धूप दिखाना बहुत जरूरी है, इससे गद्दों में कीड़े नहीं पनपने पाएंगे और उसमें से किसी भी प्रकार की गंध भी नहीं आएगी।
-कई घरों में लोग बिस्तर पर बैठकर ही खाना खाने लग जाते हैं, ये एक गलत आदत है, बिस्तर पर बैठकर खाना खाने से एक ओर जहां कवर के गंदा होने की आशंका बढ़ जाती है वहीं ये सेहत के लिहाज से भी सही नहीं है।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : मिट्टी का तेल (Kerosene oil)
घर के जिस भी स्थान में खटमल होने की शंका है वहां पानी में कुछ मात्रा में केरोसिन की बूंदे मिलाकर पोछा लगाया जा सकता है। केरोसिन की महक से खटमल दूर भागते हैं। आपके घर में अगर अधिक मात्रा में खटमल हैं तो मिट्टी के तेल से रोजाना सफाई करें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में असर दिखाई पड़ने लगेगा। अगर आपको रोजाना ऐसा नहीं करना है तो सप्ताह में दो से तीन दिन मिट्टी तेल से घर की सफाई करें।
धूप का लें सहारा (Sun light)
आपने इस बात पर तो ध्यान दिया ही होगा कि खटमल अक्सर अंधेरे में ही आते हैं। इसका साफ मतलब है कि उन्हें अंधेरा और नमी पसंद होती है। घर के बिस्तर और सोफो में पाए जाने वाले खटमलों को दूर करने के लिए धूप का सहारा लें। सप्ताह में एक बार बेड के गद्दों में धूप दिखाएं। ऐसा करने से गद्दों के अंदर की नमी खत्म हो जाएगी और साथ ही उसमे छिपे खटमल भी बाहर आ जाएंगे। घर के गद्दे की शीट को साफ करके एंटीसेप्टिक लिक्विड से धो लें। साथ ही घर के पर्दों में भी धूल न जमने दें। उन्हें भी कुछ समय के अंतराल में धोते रहे। ऐसा करने से कुछ ही समय बाद आपको फर्क नजर आने लगेगा। खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे में इसे बेहतर कहा जा सकता है।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : पुदीने की पत्तियां (Pudina ke fayde)
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे के लिए पुदीने की पत्तियों का प्रयोग किया जा सकता है। पुदीने की कुछ पत्तियों को अपने बेड के आसपास रख दें। खटमल को पुदीने की तेज गंध पसंद नहीं आती है। आप चाहें तो पुदीने की पत्तियों को पीसकर स्प्रे तैयार कर सकते हैं। फिर स्प्रे बोटल में भर लें और फिर इसका छिड़काव बेड के आसपास करें। ऐसा करने से खटमल बाहर निकलने की कोशिश करेंगे।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : नीम का तेल (Neem oil benefits)
आपने पहले भी सुना ही होगा कि नीम की महक भर से ही इनसेक्ट दूर भाग जाते हैं। आप नीम की पत्तियों को बेड के आसपास रख सकते हैं। अगर नीम की पत्तियों का घोल बनाकर स्प्रे करना चाहते हैं, तो भी बेहतर रहेगा। ऐसा हफ्ते में दो से तीन बार करें। नीम ऑयल का यूज भी किया जा सकता है। नीम का प्रयोग करने से खटमल के साथ ही अन्य इसेक्ट भी दूर भाग जाएंगे।
हीट की मदद
अधिक हीट में खटमल भाग जाते हैं। इसलिए बिस्तर को समय-समय पर धोना और फिर उन्हें स्टीमिंग करने से खटमल का खात्मा हो जाएगा। 140 डिग्री की स्टीमिंग का यूज करने से खटमल के साथ ही बेड शीट में चिपके हुए खटमल के एग भी खतम हो जाएंगे।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : वैक्यूम का यूज (use of vaccum)
बच्चों के कपड़ों के साथ ही बैड को भी वैक्यूम करें। पूरी तरह से गद्दे, बिस्तर और फर्नीचर जैसे कि सोफे और कुशन में वैक्यूम का यूज करने से खटमल का खात्मा होता है। कालीन, फर्श और दीवारों की दरारों में भी वैक्यूम करें, क्योंकि ऐसे स्थानों में खटमल छिप कर रहते हैं। अपने लैपटॉप और इलेक्ट्रिकल एप्लाइसेंस को भी चेक करें। खटमल का खात्मा करने के लिए उनकी पहचान करना बहुत जरूरी है।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : करें हेयर ड्रायर का यूज (use of hair dryer)
अगर आपके बेड में खटमल अधिक हैं और आपके पास उपाय अपनाने का ज्यादा समय नहीं है तो परेशान न होइए। आपके पास अगर हेयर ड्रायर है, तो उसका यूज खटमल को मारने के लिए किया जा सकता है। खटमल हीट से दूर भागते हैं। अगर हीट ज्यादा है तो मर भी जाते हैं। बेड के आसपास के एरिया में हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करें। खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे में ये बहुत ही सरल और तुरंत राहत पाने वाला उपाय है। बेहतर होगा कि एक बार इसे भी ट्राई करके देखें।
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे : बेकिंग सोडा का इस्तेमाल (baking soda ke fayde)
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे में बेकिंग सोडा का यूज भी किया जा सकता है। आप जानते होंगे कि बेकिंग सोडा रेफ्रिजरेटर से मॉइस्चर को एब्जॉर्व करने का काम करता है। साथ ही ये खटमल के शरीर से भी नमी को अवशोषित कर लेता है। आपको घर में जहां भी खटमल दिखाई दे, वहां थोड़ा साबेकिंग पाउडर छिड़क दें। अगर बेड में या आसपास कोई दरार हो तो वहां भी बेकिंग पाउडर को छिड़क दें। ऐसा सप्ताह में कुछ तक करें। आपको कुछ दिनों बाद ही पता चल जाएगा कि खटमल खत्म हो चुके हैं।
टी ट्री ऑयल (tea tree oil ke fayde)
खटमल मारने की दवा घरेलू नुस्खे के रूप में टी ट्री ऑयल का यूज भी किया जा सकता है। टी ट्री ऑयल में एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी होती है। इसलिए खटमल भगाने के लिए टी ट्री ऑयल का यूज किया जा सकता है। ये बैक्टीरिया के साथ ही कवक को भी खत्म करने का काम करता है। वैसे तो टी ट्री ऑयल का यूज बिना डायल्यूट किए किया जाए तो बेहतर रहेगा, लेकिन ये ह्युमन के लिए सही नहीं रहता है। बेहतर रहेगा कि इसे पानी के साथ मिलाकर यूज किया जाए। करीब 20 बूंद टी ट्री ऑयल की कुछ पानी में मिलाएं और फिर उसे स्प्रे करें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों बाद खटमल का खात्मा हो जाएगा। टी ट्री ऑयल से अन्य इंसेक्ट भी दूर भागते हैं।