हनुमानजी की आरती | Hanuman Ji Aarti Hindi PDF

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Hanuman Ji Ki Aarti PDF Hindi

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घर में हनुमान जी की आरती करने से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। घर में सुख और समृद्धि आती है। घर में हनुमान जी की आरती करने से कई लाभ होते हैं। हर मंगलवार को हनुमान जी की आरती करने घर के सदस्यों पर बुरी शक्तियों का असर नहीं पड़ता।

हिंदू धर्म में हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है। इसलिए जो भी भगवान श्री राम के परम भक्त कहे जाने वाले हनुमान जी का स्मरण करता है उसके सभी दुख-दर्द, डर, भय दूर हो जाते हैं।

हनुमानजी की आरती इन हिन्दी PDF (Shri Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics) आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।. हनुमानजी की आरती – Hanuman Ji Ki Aarti PDF Hindi

हनुमानजी की आरती – Hanuman Ji Ki Aarti PDF Hindi

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।.

जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके।।

अंजनि पुत्र महाबलदायी। सन्तन के प्रभु सदा सहाई।।

दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुध लाए।।

लंका सो कोट समुद्र सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई ।।

लंका जारि असुर संहारे। सियारामजी के काज संवारे ।।

लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आणि संजीवन प्राण उबारे ।।

पैठी पताल तोरि जमकारे। अहिरावण की भुजा उखारे ।।

बाएं भुजा असुर दल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे ।।

सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे। जै जै जै हनुमान उचारे ।।

कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई ।।

जो हनुमानजी की आरती गावै। बसि बैकुंठ परमपद पावै ।।

लंकविध्वंस किए रघुराई। तुलसीदास प्रभु कीरति गाई ।।

आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ।।.

हनुमानजी की आरती – Hanuman Ji Ki Aarti PDF Hindi

हनुमान जी की पूजा विधि

श्री हनुमान के पूजन के लिए सबसे पहले व्यक्ति को स्नान करके शुद्ध होना चाहिए। इसके बाद पूर्व दिशा की ओर आसन लगाकर बैठना चाहिए। सामने श्री हनुमान जी की प्रतिमा या फिर राम दरबार का चित्र हो तो उत्तम होता है। हाथ में चावल, पुष्प, दूर्वा लेकर इस मंत्र का उच्चारण कर श्री हनुमान जी का ध्यान करना चाहिए।.

हनुमानजी की आरती – Hanuman Ji Ki Aarti PDF Hindi

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