एक बार की बात है एक जंगल में एक शेर रहता था | और वह प्रतिदिन जंगल के पास एक नदी के किनारे पानी पीने नदी के किनारे जाया करता था एक दिन उसने नदी के दूसरे किनारे पर एक गधे को पानी पीते देखा और उसके मन में लालच आ गया | शेर ने दूर खड़े गधे से कहा “ मैंने सुना है जंगल में एक घोडा है जो बहुत सुरीला गाना गाता है |” गधा उसकी चाल समझ न सका और शेर से बोला “ महाराज! मैं भी बहुत अच्छा गाना गाता हूँ |” शेर ने कहा “ ठीक है, चलो गाकर बताओ” गधे ने आँखे बंद करके जोर जोर से रहकना शुरू कर दिया |
जैसे ही गधे ने आँखें बंद की शेर धीरे धीरे नदी पार करके उसके पास पहुँच गया| और उसे पकड़ लिया | अब गधे को अपनी बेवकूफी पर पछतावा हुआ | पर उसने हार नहीं मानी और एक तरकीब सोची | और तुरंत शेर से कहा महाराज आप इतने बड़े जंगल के राजा हो और मैंने सुना है राजा लोग अपना भोजन खाने से पहले भगवान से प्रार्थना करते है| शेर ने सोचा मैं भी जंगल का राजा हूँ और मैं भी भगवान् से प्रार्थना करने के बाद ही इसे खाऊंगा | जैसे ही उसने आँखें बंद की, गधा वहां से भाग गया और उसकी जान बच गयी | इस तरह से गधे ने सही समय पर चालाकी दिखाकर अपनी जान बचा ली
Moral of the Story:
शिक्षा :- इस कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें मुसीबत में भी अपनी सुध नहीं खोनी चाहिए और निरंतर कठिनाइयों से निकलने का रास्ता तलाश करते रहना चाहिए | हमेशा अपने और भगवान् के ऊपर भरोसा रखना चाहिए | बुद्धि का इस्तेमाल करने से बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकल जाता है |