एक जंगल में एक चालाक लोमड़ी chalak lomdi और सारस Crane रहते थे | लोमड़ी और सारस में बहुत मित्रता थी | वे दोनों साथ खाते , खेलते और इसी तरह अपना पूरा दिन बिताते थे |
एक दिन लोमड़ी के मन में एक शरारत सूझी उसने सारस से कहा मैं तुम्हे अपने घर दावत पर बुलाना चाहती हूँ | तुम शाम को मेरे घर आ जाना | यह सुनकर सारस बहुत प्रसन्न हुआ और लोमड़ी के घर जा पहुंचा | लोमड़ी ने सारस के लिए स्वादिस्ट खीर बनाई और प्लेट में उसके सामने परोस दी | सारस चोंच लम्बी होने की वजह से कुछ भी न खा सका और लोमड़ी अपनी सारी खीर चट कर गयी |
चालाक गधा – Top 10 Moral Stories in Hindi for Kids
सारस की हालत देखकर लोमड़ी ने उसका बहुत मज़ाक बनाया और सारस अपमान का घूट पीकर अपने घर वापस आ गया | सारस बहुत गुस्से में था और उसने लोमड़ी को सबक सिखाने का फैसला किया | कुछ दिन बाद उसने भी लोमड़ी को अपने घर दावत पर बुलाया और उसने भी स्वादिस्ट खीर बनाई | सारस ने दो सुराही में खीर परोस दी और लोमड़ी से खाने को कहा| सुराही ऊपर से पतली थी जिसकी वजह से लोमड़ी कुछ न खा सकी और सारस की चौंच लम्बी होने की वजह से से सुराही के अन्दर की खीर चट कर गया |
Moral Stories for Kids in Hindi
अब सारस ने भी लोमड़ी का खूब मजाक बनाया | लोमड़ी को अपने किये का पछतावा हुआ और उसने सारस से माफ़ी मांगी | दोनों फिर से साथ साथ ख़ुशी से रहने लगे |
Moral of the Story
शिक्षा:- चालाक लोमड़ी chalak lomdi और सारस Crane कहानी से शिक्षा मिलती है कि हम किसी के साथ जैसा व्यव्हार करते हैं हमारे साथ भी वैसा ही होता है | इसलिए सबकी मदद करनी चाहिए और किसी को अपने से छोटा नहीं समझना चाहिए |