एक शिकारी एक बार जंगल में शिकार करने गया | वहां उसने देखा एक बकरी किसी पेड़ के नीचे बैठी है | उसके कुछ समय पहले उस बकरी ने बहुत कस्ट करके एक मेमने को जन्म दिया था और वह काफी देर से वहां बैठी थी जैसे ही वह खड़ी हुई शिकारी की नज़र उसपर पड गयी और शिकारी ने बिना कुछ सोचे समझे गोली चला दी |
गोली बकरी के पैर में लगी और वह दर्द के मारे वहीँ गिर पड़ी पर वह वहां से भागी नहीं क्योंकि उसका मेमना वहां था |
शिकारी भागकर अपने शिकार को पकड़ने के लिए गया और उसने नवजात बकरी के मेमने को देखा और उसकी आँखों में आंशु आ गये अब उसे अपने किये का पछतावा हुआ और वह तुरंत बकरी को लेकर अस्पताल पहुंचा और उसका इलाज़ करवाया | उसके बाद शिकारी ने कभी शिकार न करने की कसम खाई |
Moral of the Story
शिक्षा :- माँ की जगह कोई नहीं ले सकता | माँ अपनी जान देकर भी अपने बच्चों की रक्षा करती है |