शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है यह दिन, जानें कब और कैसे हुई थी इसकी शुरुआत
1966 में पहला विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से हर साल इसे मनाए जाने की परंपरा है। संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक समुदाय को साक्षरता के प्रति जागरूक करने के लिए इसकी शुरुआत की थी।
साक्षरता एक मानव अधिकार है। यह न सिर्फ व्यक्तिगत सशक्तिकरण का एक साधन है बल्कि मानव और सामाजिक विकास का भी एक प्रमुख उपकरण है। साक्षरता गरीबी दूर करने, जनसंख्या वृद्धि रोकने, बाल मृत्यु दर में कमी लाने, लिंग समानता प्राप्त करने के साथ ही विकास, शांति और लोकतंत्र को मजबूत बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कैसे और कब हुई शुरुआत?
विश्व में साक्षरता के महत्व को ध्यान में रखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने 17 नवंबर, 1965 को 8 सितंबर का दिन विश्व साक्षरता दिवस के लिए निर्धारित किया था। 1966 में पहला विश्व साक्षरता दिवस मनाया गया और तब से हर साल इसे मनाए जाने की परंपरा है। संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक समुदाय को साक्षरता के प्रति जागरूक करने के लिए इसकी शुरुआत की थी। हर साल एक नए उद्देश्य के साथ विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। भारत ने भी सभी को शिक्षित करने के लिए कई प्रयास किए हैं, जिसका असर भी देखने को मिल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य Purpose of International Literacy Day celebrated
अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का मुख्य उद्देश्य समाज के अलग-अलग समुदायों और व्यक्तियों को साक्षरता के महत्व के बारे में बताना है। साथ ही उसे बढ़ावा भी देना है।
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस? Why is International Literacy Day celebrated?
मानव विकास और समाज के लिए उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर उनको मोड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। भारत में या देश-दुनिया में गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना, लैंगिक समानता को प्राप्त करना आदि को जड़ से उखाड़ना बहुत जरूरी है, ये क्षमता सिर्फ साक्षरता में है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। साक्षरता दिवस लगातार शिक्षा को प्राप्त करने की ओर लोगों को बढ़ावा देने हेतु और परिवार, समाज तथा देश के लिए अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए वयस्क शिक्षा और साक्षरता की दर को ध्यान दिलाने के लिये खासतौर पर मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस कैसे मनाते है? How International Literacy Day celebrated?
इस दिन स्कूल, कालेजों में लेखन, व्याख्यान, भाषण, कविता, खेल, निबंध, चित्रकला, गीत, गोलमेज चर्चा, सेमिनार जैसे कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। शिक्षक ‘अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस’ पर भाषण देते है। टीवी पर अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस से जुडी समस्याओं पर कार्यक्रम दिखाया जाता है, इस दिन ऐसी संस्थाओं को पुरस्कृत किया जाता है जो देश और दुनिया में लोगो को पढ़ाने का काम कर रही है।