अनार पृथ्वी पर स्वास्थ्यप्रद फलों में से हैं। इनमें अन्य खाद्य पदार्थों द्वारा अनुपयोगी कई प्रकार के लाभकारी पौधों के यौगिक होते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि आपके शरीर के लिए उनके कई लाभ हो सकते हैं, संभवतः विभिन्न रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं
अनार के औषधीय गुण
एंटीऑक्सीडेटिव (मुक्त कणों को नष्ट करने वाला),
एंटीएथीरियोजेनिक (धमनियों में वसा के जमाव को रोकने वाला), एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर को कम करने वाला),
एंटीइन्फ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला),
एंटीडायबिटिक ( ब्लड शुगर को नियंत्रित करने वाला),
एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म बैक्टीरिया को नष्ट करने वाला),
एंटीप्लाक (दांतों पर जमा प्लाक को हटाने वाला),
एंटीपैरासिटिक (परजीवियों को नष्ट करने वाला),
एंटीफंगल (फंगस को खत्म करने वाला),
एंटीवायरल (वायरस के प्रभाव को कम करने वाला),
एंटीप्रोलीफरेटिव (घातक कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने वाला),
एंटीट्यूमर (ट्यूमर को बढ़ने से रोकने वाला)
और
एंटीकैंसर (कैंसर के प्रभाव को कम करने वाला) शामिल हैं।
अनार के फायदे – Benefits of Pomegranate
1. हृदय स्वास्थ्य को रखे बरकरार।
अनार का सेवन हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। एडवांस्ड बायोमेडिकल रिसर्च के एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की ओर से प्रकाशित शोध के अनुसार, अनार में एंटीहाइपरटेंसिव (ब्लड प्रेशर कम करने वाला) के साथ ही एंटीएथीरियोजेनिक (धमनियों में वसा के जमाव को रोकने वाला) गुण पाया जाता है।
इसके अलावा, शोध में यह भी माना गया है कि अनार का उपयोग कर बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है। वहीं, अनार के फायदे में अनार के बीज का तेल भी शामिल है। यह तेल संपूर्ण लिपिड प्रोफाइल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसलिए, अनार के बीज के फायदे में हृदय रोग से बचाना भी शामिल है
2. डायबिटीज नियंत्रण में मददगार ।
डायबिटीज यानी बढ़े हुए बल्ड शुगर की समस्या में भी अनार उपयोगी साबित हो सकते हैं। वजह यह है कि अनार में एलेजिक, गैलिक व ओलियानोलिक एसिड आदि होता है। इन सभी एसिड की मौजूदगी के कारण अनार एंटीडायबिटिक (ब्लड शुगर कम करने वाला) गुण प्रदर्शित कर सकता है।
वहीं, खास यह है कि अनार के जूस में मौजूद शुगर भी ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अनार की इन सभी खूबियों का जिक्र एनसीबीआई के एक शोध में स्पष्ट रूप से किया गया है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अनार का सेवन कर डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
3. कैंसर के जोखिम को कम करे ।
कैंसर से बचाव के लिए भी अनार के गुण सहायक साबित हो सकते हैं। अनार पर किए गए दो अलग-अलग शोध से यह बात काफी हद तक स्पष्ट होती है। एक शोध में जिक्र मिलता है कि अनार में मौजूद पॉलीफिनोल्स के कारण यह फल एंटीकैंसर गुण प्रदर्शित करता है। यह भी माना गया है कि अनार में मौजूद एलेगिटैनिंस और गैलोटैनिंस नामक पॉलीफिनोल्स कैंसर पैदा करने वाले घातक ट्यूमर के विकास को कम कर सकते हैं।
वहीं, अनार से संबंधित एक अन्य शोध में पाया गया कि अनार का एंटीकैंसर गुण प्रोस्टेट कैंसर से बचाने में सीधे तौर पर प्रभावी साबित हो सकता है।
इस आधार पर कहा जा सकता है कि अनार का उपयोग कैंसर से बचने में किया जा सकता है। फिर भी यह जरूर ध्यान रखना होगा कि कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है। अगर कोई इससे ग्रसत है, तो डॉक्टर से संपूर्ण इलाज करवाना जरूरी है।
4. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद ।
अनार में फाइबर व अन्य जरूरी पोषक तत्व भी होते हैं, जो अच्छे पाचन तंत्र के लिए जरूरी हैं। अगर अनार का सेवन तय मात्रा में किया जाए, तो कब्ज जैसी समस्या से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, अनार में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में आई समस्या को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट मानव शरीर में पाचन तंत्र का अहम हिस्सा है। साथ ही अनार में एंटी-हेलिकोबैक्टर पाइलोरी प्रभाव पाया जाता है। हेलिकोबैक्टर पाइलोरी एक प्रकार का बैक्टीरिया है, जो पेट में पाया जाता है। यह पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
5. रोग- प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए ।
अनार के दानों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल व एंटीवायरल गुण रोग- प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर कर सकते हैं। एनसीबीआई ने इस संबंध में एक शोध को प्रकाशित किया है। इस रिसर्च में बताया गया है कि इन्हीं गुणों के कारण अनार के दाने खाने के फायदे विभिन्न तरह के बैक्टीरिया व वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं। एक अन्य शोध में भी माना गया है कि अनार के बीज का तेल बीटा सेल्स की कार्यक्षमता को बढ़ावा देने का काम कर सकता है, जो प्रतिरोधक क्षमता में सुधार के लिए सहायक है। इसलिए, अनार कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कारण होने वाली अन्य बीमारियों से बचाने में भी मदद कर सकता है।
6. गर्भावस्था में सहायक ।
प्रत्येक महिला के लिए गर्भावस्था काल को संवेदनशील माना गया है। इस दौरान, जरा-सी लापरवाही मां और शिशु दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान अनार का सेवन करना गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। यह प्लेसेंटा (अपरा) को होने वाली क्षति की आशंका को कम कर सकता है। अनार में एंटीऑक्सीडेंट गुण होता है, जो गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा (अपरा) की रक्षा कर सकता है। साथ ही अनार में फोलेट भी होता है, जो गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। इस आधार पर माना जा सकता है कि गर्भावस्था में अनार का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है।
गर्भावस्था एक नाजुक पड़ाव है, इसलिए ऐसे वक्त में किसी भी चीज का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
7. मासिक धर्म में स्वास्थ्य के लिए लाभकारी ।
कुछ वैज्ञानिक शोध में माना गया है कि जो महिलाएं अनार का सेवन करती हैं, उन्हें मासिक धर्म के दौरान होने वाली विभिन्न परेशानियों जैसे – अधिक रक्त स्त्राव और गर्भाशय का असामान्य आकार आदि से राहत मिल सकती है। साथ ही गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं को भी कुछ हद तक दूर किया जा सकता है
8. हड्डियों को मजबूती प्रदान करे ।
अगर कोई हड्डियों व जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो आज से अनार का सेवन करना शुरू कर दें। अनार के दानों में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो अर्थराइटिस जैसी बीमारी में फायदेमंद साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक रिसर्च पेपर के आधार पर पुष्टि होती है कि अनार के सेवन से जोड़ों में दर्द और सूजन में कमी आ सकती है। साथ ही गठिया रोग का कारण बनने वाले एंजाइम भी नष्ट हो सकते हैं।
9. ब्लड प्रेशर को करे नियंत्रित ।
जैसा कि पहले भी बताया गया है कि अनार में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसमें एंटीहाइपरटेंसिव (रक्तचाप को नियंत्रित करने वाला गुण) प्रभाव होता है। इस लिहाज से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में अनार फायदेमंद साबित हो सकता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को शरीर से खत्म कर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बनाने में मदद कर सकता है और धमनियों में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आने देता। यही कारण है कि अनार जूस के फायदे देखते हुए डॉक्टर भी बेहतर रक्तचाप के लिए प्रतिदिन एक गिलास अनार का जूस पीने की सलाह देते हैं।
10. एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से है समृद्ध ।
अनार में एंटीइंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाला) गुण मौजूद होता है। यह गुण पेट से संबंधित सूजन को दूर करने में सहायक साबित हो सकता है। वहीं, अनार के इस गुण से संबंधित एक अन्य शोध में जिक्र मिलता है कि यह गुण सूजन के कारण होने वाली विभिन्न शारीरिक समस्या को कम कर सकता है। इतना ही नहीं इस गुण के कारण अनार का सेवन अर्थराइटिस (गठिया) के कारण होने वाली जोड़ों की सूजन से राहत दिलाने में भी कारगर साबित हो सकता है।
11. वजन घटाने में मददगार ।
वजन घटाने का प्रयास करने वाले लोगों के लिए भी अनार का फल लाभदायक साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में जिक्र मिलता है कि अनार और उसका अर्क बढ़ते हुए वजन को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकता है। वहीं, अनार की पत्तियों से संबंधित एक शोध में पाया गया कि इसमें भूख को कम करने की क्षमता होती है। इस कारण अनार की पत्तियां अधिक वसा युक्त भोजन के कारण बढ़ते वजन की रोकथाम में मदद कर सकती हैं।
12. बैक्टीरिया और फंगस से करे बचाव ।
बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से बचाव के लिए भी अनार का इस्तेमाल किया जा सकता है। अनार पर किए गए दो अलग-अलग शोध इस बात की पुष्टि करते हैं। फूड एंड न्यूट्रिशन रिसर्च के मुताबिक, अनार के जूस में एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होता है। इस गुण के कारण अनार सूक्ष्म बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर सकता है। वहीं, ब्राजीलियन जर्नल ऑफ माइक्रोबायोलॉजी के मुताबिक, अनार के बीज और इसके छिलके में एंटीफंगल (फंगस को नष्ट करने वाले) गुण मौजूद होते हैं। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि अनार के साथ-साथ अनार के छिलके और अनार के बीज के फायदे बैक्टीरिया और फंगस दोनों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
13. किडनी स्टोन की समस्या में पहुंचाए राहत ।
किडनी स्टोन से पीड़ित व्यक्ति भी अनार का सेवन कर कुछ हद तक राहत पा सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मोलीक्यूलर साइंसेज के एक शोध से यह बात स्पष्ट होती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध शोध में जिक्र मिलता है कि अनार में एंटी-हाइपरकैल्सीयूरिया (कैल्शियम नियंत्रित करना) और एंटी-यूरोलिथियासिस (स्टोन बनने की प्रक्रिया को रोकने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि किडनी में स्टोन की समस्या में अनार का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है। बेशक, यहां मैंने वैज्ञानिक प्रमाण सहित बताया है कि अनार किडनी समस्या में लाभदायक है, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह पर इसका सेवन करना सही नहीं है।
14. फैटी लिवर की समस्या में पहुंचाए आराम ।
चूहों पर किए गए एनसीबीआई के दो अलग-अलग शोध में माना गया है कि अनार के सेवन से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन में कमी आ सकती है। परिणामस्वरूप लिवर में जमा हुए अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद मिल सकती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रतिदिन अनार के सेवन से अल्कोहल का सेवन न करने वालों में फैटी लिवर की समस्या कम हो सकती है। साथ ही पीलिया होने पर भी अनार लिवर की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मदद कर सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि अनार कुछ हद तक फैटी लिवर की समस्या में राहत पहुंचा सकता है।
15. यौन क्षमता में सुधार ।
इरेक्टाइल डिसफंक्शन पुरुषों से संबंधित एक समस्या है। इसमें नसों में ढीलेपन के कारण पुरुष की यौन क्षमता प्रभावित होती है। इस समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए भी अनार का सेवन लाभकारी साबित हो सकता है। चूहों पर किए गए एक शोध से स्पष्ट होता है कि अनार के जूस में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन से कुछ राहत दिला सकता है। इस बात का उल्लेख एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध रिसर्च पेपर में किया गया है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि अनार जूस के फायदे की लिस्ट में यौन क्षमता में सुधार भी शामिल है।
16. अल्जाइमर्स में सहायक ।
अल्जाइमर्स एक तंत्रिका संबंधी विकार है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण पैदा होता है। यह बीमारी खासकर बुजुर्गों को प्रभावित करती है। इस समस्या में बढ़ती उम्र के साथ बुजुर्गों की याददाश्त कम होने लगती है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्तियों में अनार के जूस के सेवन से सुधार देखने को मिल सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध शोध के मुताबिक, अनार के जूस में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इस कारण अनार जूस के फायदे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर अल्जाइमर के जोखिम को कम करने में कारगर साबित हो सकते हैं। वहीं, अनार में इसी एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव भी पाया जाता है। यह प्रभाव तंत्रिका तंत्र की बिगड़ी कार्यशैली में सुधार कर व्यक्ति की याददाश्त को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि अनार का इस्तेमाल कर इस समस्या में कुछ हद तक राहत पाई जा सकती है।
17. त्वचा के लिए उपयोगी ।
कई स्वास्थ्य लाभों के साथ ही अनार का उपयोग त्वचा के लिए भी लाभकारी साबित हो सकता है। अनार से संबंधित एक शोध में यह माना गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि अनार का सेवन कर त्वचा से संबंधित सूजन, त्वचा पर बढ़ती उम्र का प्रभाव और बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करने में सहायक है। वहीं, चाहे तो इसे त्वचा पर बेहतर प्रभाव के लिए लगाने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
18. बालों के लिए अनार ।
बालों के लिए अनार खाने के लाभ की बात करें, तो फिलहाल वैज्ञानिक रूप से इसके कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है। फिर भी अनार पर किए गए कुछ शोध इस बात का इशारा देते हैं कि अनार का उपयोग बालों पर आने वाले तनाव को कम कर सकता है। यह एनीमिया के कारण होने वाली बाल झड़ने की समस्या में सुधार कर सकता है। साथ ही यह भी माना गया है कि अनार में मौजूद पॉलीफिनोल्स और टैनिन के कारण यह एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम कर सकता है। अनार का यह गुण प्राकृतिक या डाई किए गए बालों के रंग को सूरज की यूवीए (अल्ट्रावायलेट-ए) किरणों से बचा सकता है। इस आधार पर इसे कुछ मामलों में बालों के लिए उपयोगी भी माना जा सकता है।
अनार के संभावित दुष्प्रभाव Possible Side Effects of Pomegranate
अनार का रस आमतौर पर ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होता है जब इसका सेवन किया जाता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सावधानी बरतनी चाहिए।
जिन लोगों को अनार से एलर्जी है, उन्हें खुजली, सूजन, नाक बहना और सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, अनार की जड़, तना और छिलका संभवतः बड़ी मात्रा में सेवन करने पर असुरक्षित होता है।
साथ ही, अनार के रस का सेवन करने वाले लोगों में दवा के आदान-प्रदान को लेकर चिकित्सा समुदाय में चिंता है। संभावित दवा बातचीत के बारे में सीमित साक्ष्य के आधार पर, यह आवश्यक है कि आप अपने डॉक्टर से बात करें यदि आप दवा ले रहे हैं और अनार का रस पीने पर विचार कर रहे हैं।